किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने पर प्रशासन और किसानों के बीच सोमवार को सहमति बन गई है। इसके बाद सात घंटे तक क्रांतिमान पार्क में डटे किसान घरों को लौट गए। प्रशासनिक अधिकारियों ने लाठीचार्ज सहित पूरे प्रकरण के लिए माफी मांगी है। चढूनी ने कहा कि किसानों ने सरकार की नाक रगड़वा दी है। संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर हजारों की संख्या में किसान मंडल आयुक्त कार्यालय का घेराव करने हिसार पहुंचे। किसान क्रांतिमान पार्क में एकत्र हुए। दोपहर करीब एक बजे प्रशासनिक अधिकारियों ने बातचीत का न्योता दिया। इस पर किसानों का 26 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए लघु सचिवालय पहुंचा।